यह राष्ट्र की वैश्विक सांस्कृतिक और विरासत मानचित्र पर अपनी स्थिति को मजबूत करता है।
यूनेस्को (UNESCO) ने वो दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर इज़्ज़त देने में मदद करती हैं. हॉयसला मंदिरों के प्राचीन संगठन और रवींद्रनाथ टैगोर के निवास स्थान संतिनिकेतन को यूनेस्को विश्व धरोहर सूचि में शामिल किया गया है.

यह राष्ट्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों पर विश्व में स्थानीय उपस्थिति को मजबूती देता है.