प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी भूटान यात्रा को "बहुत विशेष" बताया
भूटान के लिए भारत हमेशा एक भरोसेमंद दोस्त और विश्वासपात्र साथी होगा। ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा। उन्होंने सफल दो दिन की भूटान यात्रा को शनिवार (23 मार्च, 2024) को समाप्त किया। भूटान के राजा जिग्मे खेसार नामग्येल वांगचूक ने पारो एयरपोर्ट पर उन्हें गर्मजोशी से अलविदा कहने के लिए विशेष कदम उठाया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी भूटान यात्रा को "बहुत विशेष" बताया। उन्होंने कहा कि यह भारत-भूटान मित्रता में और अधिक ऊर्जा डालेगी। मोदी ने भूटान के राजा के साथ विस्तृत चर्चाएं की, साथ ही भूटान के प्रधानमंत्री तोबगे के साथ बातचीत की।

उन्हें ड्रुक ग्यल्पो का ऑर्डर भी प्रदान किया गया, जो भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।

पढ़ें : भारत और भूटान के दोस्ती और संबंधों को नया रुख देंगी हमारी वार्ताएं। ड्रुक ग्यल्पो के ऑर्डर से मैं आभारी हूँ। मैं भूटान की अद्भुत जनता का धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मुझे गर्मजोशी और मेहमाननवाजी से मिला। भारत हमेशा भूटान के लिए एक भरोसेमंद दोस्त और साथी होगा।"

यह प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी भूटान यात्रा थी। उनका पहला विदेश यात्रा जून 2014 में भूटान ही था। उन्होंने अगस्त 2019 में पुनः भूटान यात्रा की और चार प्रमुख द्विपक्षीय परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

उनकी दो दिन की राज्य यात्रा को पारो एयरपोर्ट पर अनुकूल हवाई हालात के कारण एक दिन के लिए स्थगित किया गया था।