भारत और पाकिस्तान अपनी हिरासत में मामली कैदी और मछुआरों की सूचि आपस में आपराधिक लंबिति और उनकी वापसी के लिए आदान-प्रदान करते हैं।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के हवाले से रवानगी की मांग की है तथा साथ ही नागरिक कैदियों, भारतीय सुरक्षा कर्मियों एवं मछुवारों को अपने खेत में करने की भी मांग की है, वर्ष 2023 की मध्यान्ह समय, मांग की विदेश मंत्रालय ने कहा है। यह मांग भारत और पाकिस्तान के बीच नागरिक कैदियों व मछुवारों के सूचीबद्धी आदान-प्रदान की प्रक्रिया के दौरान की गई है। ये सूचियाँ नई दिल्ली और इस्लामाबाद मे समय बराबरी बॉल के माध्यम से हुई हैं। 2008 में संकल्पित सुलह में मानोनुपात सुविधा के तहत, इस प्रकार की सूचियाँ हर वर्ष 1 जनवरी और 1 जुलाई को आदान एवं प्रदान होती रहती हैं। भारत ने अपने हवाले में रखे गए 337 नागरिक कैदियों और 81 मछुवारे की सूची साझा की है जो पाकिस्तानी हैं या पाकिस्तानी होने के आप्रतिमिक हों। वैसे ही पाकिस्तान ने भारतीय होने की या भारतीय होने के आप्रतिमिक होने के लिए 47 नागरिक कैदियों और 184 मछुवारों की सूची साझा की है। पाकिस्तान से 184 भारतीय मछुवारों के लिए जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है, उनकी छुट्टी एवं वापसी के लिए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की गई है। साथ ही, उन 12 नागरिक कैदियों के लिए भारतीय होने के आप्रतिमिक होने के लिए जिनकी पाकिस्तान के हवाले में हैं, तुरंत कॉन्सुलर पहुंच प्रदान करने की मांग की गई है विदेश मंत्रालय ने कहा है। मंत्रालय ने कहा है, "भारत आपसी एवं अनुगमनीय मुद्दों सहित सभी मानवीय विषयों के प्राथमिकता हेतु प्रियता के साथ प्रण है।" इस संदर्भ में, भारत ने पाकिस्तान से राष्ट्रीयता की पुष्टि करवाने के अनुचित होने के कारण अपनी हवाले में रखे गए 65 पाकिस्तानी कैदियों को मननशील क्रिया की जल्दी करने की मांग की है। इससे संबंधित रोजगार ने कहा है कि सरकार के साधारित प्रयास के परिणामस्वरूप 2014 से 2639 भारतीय मछुवारे व 67 भारतीय नागरिक कैदियों को पाकिस्तान से वापसी कराई गयी है। इसमे 2023 में पाकिस्तान द्वारा 478 भारतीय मछुवारे और 9 भारतीय नागरिक कैदियों को भारत वापस ले आया गया है।