यह पहल हाई इम्पैक्ट समुदाय विकास परियोजनाओं (एचआईसीडीपी) का हिस्सा है।
यह पहल घनत्वपूर्ण सहयोग को बढ़ाने की एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां भारत और नेपाल ने रामेछाप जिले के रामेछाप नगरपालिका में शान्ति योगाश्रम के निर्माण के लिए पत्थर की नींव रखी है। यह पहल भारत-नेपाल विकास सहयोग कार्यक्रम के तहत गठित उच्च प्रभाव संविधानिकायों (HICDPs) का हिस्सा है।
HICDPs, भारत के विदेशी सहायता पहिऱों का एक अभिन्न हिस्सा है, जो स्वास्थ्य और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावी और टिकाऊ विकास परियोजनाओं का निर्माण करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
20 दिसंबर 2023 को आयोजित की गई समारोह दोनों पड़ोसी देशों के सहकारी प्रयासों की एक मील का पत्थर है।
काठमांडू में भारतीय दूतावास द्वारा जारी आधिकारिक प्रकाशनों के अनुसार, भारत सरकार द्वारा NRs.4.45 करोड़ की लागत पर धन दिया जाने वाली यह परियोजना ट्रेनीज, मेहमानों, छात्रों और योग प्रशिक्षकों के लिए डिज़ाइन किए गए 32 कक्षों वाले दो मंजिल के भवन के विकास को शामिल करती है, साथ ही एक 3 कक्षीय कार्यालय संरचना।
मालागीरी शान्ति योगाश्रम परियोजना का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा सुविधाओं को बढ़ाकर स्थानीय समुदाय के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
समारोह में संयुक्त राज्य सदस्य पुरण बहादुर तामांग, प्रतिनिधि सभा, रामेछाप; लबश्री न्यूपाने, महापौर, रामेछाप नगरपालिका; और प्रशांत कुमार सोना, द्वितीय सचिव, भारतीय दूतावास, काठमांडू उपस्थित थे।
योगाश्रम के अलावा, भारत और नेपाल ने रामेछाप और डोटी जिलों में स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में दो मुख्य परियोजनाओं के लिए समझौता किया है। इस समझौते की अनुमानित लागत NRs 80.33 मिलियन है, जो भारत-नेपाल विकासी साझेदारी को और मज़बूती देता है।
2003 से भारत ने नेपाल में 535 उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं में सक्रिय भूमिका निभाई है, जिनमें से 478 पहलों को पूरा किया गया है। ये परियोजनाएँ महादेश प्रदेश में 81 और महोतारी जिले में 6 समेत विभिन्न क्षेत्रों को शामिल करती हैं। इसके अलावा, भारतीय सरकार ने महोतारी जिले के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य स्थानों में 23 एम्बुलेंस यात्रियों को दान किया है।
रामेछाप जिले में मालागीरी शान्ति योगाश्रम का निर्माण रामेछाप नगरपालिका और बड़ीकेदार ग्रामीण नगरपालिका के माध्यम से कराया जाना है।
इसी बीच, विकासात्मक संबंधों को कई अतिरिक्त पहलों के माध्यम से अमल में लाया गया है। उदाहरण के लिए, भारतीय दूतावास और सुशीला ठाकुर स्मारक स्वास्थ्य फाउंडेशन (एसटीएमएचएफ) ने महोतारी जिले, नेपाल में एलपीजी गैस चूल्हे और सिलेंडरों के वितरण के लिए एक समझौता किया है। इस परियोजना का सिद्धान्त भारत सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से प्रेरित है, जिसका लक्ष्य महातारी जिले के पांच नगरपालिकाओं के 8,000 वंचित और समाजसेवी परिवारों को लाभ पहुंचाना है।
रामेछाप में हुए इस हालिया विकास का उचित अभिनय भारत की अपनी संप्रदायिक आवाजधारण के साथ-साथ नेपाल के सामाजिक-आर्थिक विकास में मज़बूती के साथ सहयोग में योगदान करता है और दोनों देशों के बीच एक मजबूत बंध का निर्माण करता है।