दोनों देशों ने आर्थिक साझेदारियों सहित सहयोग के लिए एक विस्तृत क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया
गुरुवार को (21 मार्च, 2024) नुआकशॉट में मौरिटानिया और भारत के विदेश मंत्रालय के सलाहकारों की पहली बैठक संपन्न हुई। सेवाला नायक मुडे, भारतीय विदेशमंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (मध्य और पश्चिम अफ्रीका) और मोहम्मद एल हन्शी केतटाब, मौरीतानिया के बाह्य कार्य मंत्रालय के सहयोगी निदेशक माने गए।

इन दोनों देशों के बीच बैलेटेरल संबंधों में यह काफी महत्वपूर्ण है।।

भारत और मौरीतानिया के बीच अर्थव्यवस्थाई संबंधों को लेकर एक महत्वपूर्ण बातचीत उभरी है। पिछले वितीय वर्ष 2021-22 में 108.91 मिलियन USD से बढ़कर 2022-23 में 378.24 मिलियन USD हो गये हैं।

सामरिक सहयोग और भविष्य की संभावनाएं

विदेश मंत्रालय के वाणिज्यिक समितियों में हुई बातचीत सीमित नहीं थी, बल्कि यह राजनीतिक सहयोग, सांस्कृतिक विनिमय, वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों में साझा हितों पर भी व्याप्त थी। दोनों पक्षों ने सहमत हो गए कि वे निर्मित संस्थागत तंत्रों के माध्यम से अपनी बातचीत जारी रखेंगे, जिसके परिणामस्वरूप बहुआयामी संबंधों के कई पहलुओं को शामिल करने का रास्ता साफ होगा।

जो चर्चा अगले दौर के सलाहकारों से पहले हुई, वह दोनों राष्ट्रों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और एक पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतिबिम्ब था। भारत और मौरीतानिया के बीच संबंधों के उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करने की संभावना प्रतीत होती है।