भारत और डेनमार्क के बीच एक गति और प्रवासन साझेदारी समझौता पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
रायसीना संवाद 2024 के परिसर में दिनांक 22 फरवरी 2024 को (गुरुवार) नई दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जेयशंकर और डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रास्मुसन ने भारत-डेनमार्क साझेदारी को नए क्षेत्रों को शामिल करने के तरीकों पर चर्चा की। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने भारत-डेनमार्क साझेदारी को नए क्षेत्रों, जैसे कि रक्षा, सुरक्षा और नई प्रौद्योगिकी में विस्तारित करने के लिए काम करने की सहमति व्यक्त की। उन्होंने भी यह तय किया कि डेनमार्क की भारत-प्रशांत महासागर पहल में डेनमार्क की योगदान की संभावनाओं का अन्वेषण किया जाएगा। वे मिलीभगत ग्रीन स्ट्रेटेजिक साझेदारी के छात्रछात्राओं को नोटिस किया। वे अतिरिक्त एमईए के अनुसार दोनों ने 2024 में ग्रीन स्ट्रेटेजिक साझेदारी की मध्यावधि समीक्षा को जल्द से जल्द समाप्त करने और एक अपडेटेड इंडिया-डेनमार्क संयुक्त कार्रयोजना (2021-26) में समाप्त करने; और अगले पोस्ट कमिशन के दौर को संभावना हो तीत सर्वोत्तम सुविधा के साथ कार्रयोजना को होल्ड किया। मीटिंग के दौरान, दोनों मंत्रियों ने स्मार्ट जल संसाधन मॉडलिंग परियोजना का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के स्थापना और सेडीएससीओ और डीकेएमए के बीच चिकित्सा उत्पादों नियामक क्षेत्र में सहयोग पर एक संयुक्त घोषणा पत्र के हस्ताक्षर किए।